तुम अपने किरदार को इतना बुलंद करो कि दूसरे भाषा के विशेषज्ञ पढ़कर कहें कि ये कलम का छोटा सिपाही ऐसा है तो भीष्म साहनी, प्रेमचंद, महादेवी वर्मा, जयशंकर प्रसाद, सूर्यकांत त्रिपाठी 'निराला', हरिवंश राय बच्चन, फणीश्वर नाथ रेणु आदि कैसे रहे होंगे... गगन बेच देंगे,पवन बेच देंगे,चमन बेच देंगे,सुमन बेच देंगे.कलम के सच्चे सिपाही अगर सो गए तो वतन के मसीहा वतन बेच देंगे.

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सचिन तेंदुलकर ३० हजारी बने : राज


सचिन के अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में 30 हजार रन पूरे

रिकॉर्ड के बादशाह सचिन तेंडुलकर ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में 20 बरस पूरे करने के चंद दिन बाद श्रीलंका के खिलाफ पहले क्रिकेट टेस्ट में अपने कुल अंतरराष्ट्रीय रनों की संख्या 30 हजार तक पहुँचाकर एक नया विश्व रिकॉर्ड बनाया, जिसे तोड़ना किसी भी बल्लेबाज के लिए आसान नहीं होगा।

तेंडुलकर ने आज यहाँ भारत की दूसरी पारी में चनाका वेलेगेदारा की गेंद को डीप स्क्वायर लेग में एक रन के लिए खेलकर जैसे ही अपने रनों की संख्या को 35 तक पहुँचाया तो वह अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में 30,000 रन पूरे करने वाले पहले बल्लेबाज बन गए।

मास्टर ब्लास्टर ने 436 एकदिवसीय मैचों में 44.5 की औसत के साथ 17178 रन बनाए हैं जबकि वेलेगेदारा की गेंद पर एक रन के साथ टेस्ट मैचों में उनके रनों की संख्या 12812 तक पहुँच गई। मुंबई के इस बल्लेबाज ने इसके अलावा दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ एकमात्र ट्वेंटी-20 मैच में 10 रन की पारी खेली थी और क्रिकेट के इन तीनों प्रारूपों में उनकी कुल (17178, 12812, और 10) रन संख्या अब 30 हजार हो गई है।

तेंडुलकर के रिकॉर्ड की बराबरी करना किसी भी बल्लेबाज के लिए आसान नहीं होगा क्योंकि सर्वाधिक अंतरराष्ट्रीय रनों की सूची में मास्टर ब्लास्टर के बाद जिस बल्लेबाज का नंबर आते हैं, वह रिकी पोंटिंग हैं और ऑस्ट्रेलियाई कप्तान 24057 रनों के साथ भारतीय दिग्गज से काफी पीछे हैं।

तेंडुलकर ने एकदिवसीय क्रिकेट में रिकॉर्ड 45 शतक और 91 अर्धशतक के साथ 44.5 की औसत से रन बनाए हैं जबकि टेस्ट मैचों में भी उन्होंने रिकॉर्ड 43 शतक और 53 अर्धशतक के साथ 54 से अधिक की बेजोड़ औसत के साथ रन बटोरे हैं। उनके नाम अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में रिकॉर्ड 88 शतक (45 एकदिवसीय और 43 टेस्ट) शतक हैं।

इस मैच से पहले तेंडुलकर के नाम 596 अंतरराष्ट्रीय मैचों में 29961 रन दर्ज थे और उन्होंने तीस हजारी बनने के लिए 39 रन रन की दरकार थी। वह पहली पारी में केवल चार रन बनाने के बाद अपनी तीसरी गेंद पर ही वेलेगेदारा का शिकार बनकर पैवेलियन लौट गए थे लेकिन उन्होंने दूसरी पारी में यह उपलब्धि हासिल कर ली।

तेंडुलकर और पोंटिंग के बाद अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में सर्वाधिक रन बनाने वालों की सूची में संन्यास ले चुके वेस्टइंडीज के महान बल्लेबाज ब्रायन लारा का नाम आता है, जिन्होंने 430 मैचों में 46.28 की औसत से 22,358 रन बनाए हैं।

मौजूदा टेस्ट में 177 रन बनाकर भारत की पहली पारी को ढहने से बचाने वाले राहुल द्रविड़ 473 मैचों में 45.06 की औसत से 21588 रन बनाकर चौथे जबकि दक्षिण अफ्रीका के ऑलराउंडर जैक्स कैलिस 436 मैचों में 49.11 की औसत के साथ 20974 रन जोड़कर सर्वाधिक अंतरराष्ट्रीय रन बनाने वाले खिलाड़ियों की सूची में पाँचवें स्थान पर हैं।

1 टिप्पणी:

Unknown ने कहा…

master blaster sachin tendulkar ki uplabdhi or unki yaadgar ranon ki jhanki se ru-b-ru karane ke liye bahut sari badhaiya raj ji.