होली के रंग दोस्तों के संग, उड़ाओ गुलाल रहो मगन
मारो चिटकारे भरो पिचकारी, तब खेलो होली भाभी के संग
पुआ, पूड़ी, गुझिया की है बहार, आया रंगों भरा होली का त्यौहार
कही अबीर गुलाल की फुहार, फिर से आई रंगों की बहार
चलो आओ खेले फिर होली अपनी मिटटी और राजेश के संग.
स र र र र र जोगी जी स र र र र होली है भाई होली
बोलो होली है.....
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