ममता विधायक दल की नेता चुनी गई
ममता बनर्जी को रविवार को तृणमूल कांग्रेस विधायक दल का नेता चुन लिया गया।
पार्थ चटर्जी को तृणमूल कांग्रेस विधायक दल का उप नेता और शोभनदेव चट्टोपाध्याय को मुख्य सचेतक चुना गया है। ममता बनर्जी ने कहा कि उनका मंत्रिमंडल छोटा होगा जिसमें कांग्रेस और एसयूसीआई साझेदार होंगे।
हरे रंग में रंगा बंगाल
पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस के हाथों माकपा के लाल दुर्ग के ध्वस्त होने के बाद हरा रंग ने एक विशेष मायने अख्तियार कर लिया है।
तृणमूल कांग्रेस के लिए हरा रंग जागृति का है। उसने इसे अपने रंग के तौर पर अपनाया है जो उसके चुनाव चिह्न जोड़ा घास फूल से अभिव्यक्त होता है।
शुक्रवार की ऐतिहासिक जीत के बाद सड़कों और गलियों में ना सिर्फ हरे बल्ब जलाए गए, बल्कि ढेर सारे लोगों ने हरी टी-शर्ट पहनी, अनेक औरतों ने हरी साड़िया पहनी। कितने ही लोगों ने हरी छतरियों का इस्तेमाल किया। औरतों ने हरे रंग के बैग से अपनी खुशी का इजहार किया। जीत के जश्न में उड़ाया गया गुलाल का रंग भी हरा था।
हरे रंग का यह बहार सिर्फ कपड़ों तक नहीं था। यह रंग मिष्ठानों में भी झलका। लोगों ने हरे रंग में डुबोकर रस गुल्ले और अन्य मिठाइयों का लुत्फ लिया।
हरे रंग का यह उफान कारोबार में भी छाया। लोगों में हरे रंग के कपड़े पहनने के बढ़े फैशन को देखते हुये यहाँ बंगाल में चारों ओर दुकानों पर हरें रंग के कपडे ज्यादा दिख रहे हैं.... ओर यह सिलसिला आज भी जारी है...
तृणमूल कांग्रेस के लिए हरा रंग जागृति का है। उसने इसे अपने रंग के तौर पर अपनाया है जो उसके चुनाव चिह्न जोड़ा घास फूल से अभिव्यक्त होता है।
शुक्रवार की ऐतिहासिक जीत के बाद सड़कों और गलियों में ना सिर्फ हरे बल्ब जलाए गए, बल्कि ढेर सारे लोगों ने हरी टी-शर्ट पहनी, अनेक औरतों ने हरी साड़िया पहनी। कितने ही लोगों ने हरी छतरियों का इस्तेमाल किया। औरतों ने हरे रंग के बैग से अपनी खुशी का इजहार किया। जीत के जश्न में उड़ाया गया गुलाल का रंग भी हरा था।
हरे रंग का यह बहार सिर्फ कपड़ों तक नहीं था। यह रंग मिष्ठानों में भी झलका। लोगों ने हरे रंग में डुबोकर रस गुल्ले और अन्य मिठाइयों का लुत्फ लिया।
हरे रंग का यह उफान कारोबार में भी छाया। लोगों में हरे रंग के कपड़े पहनने के बढ़े फैशन को देखते हुये यहाँ बंगाल में चारों ओर दुकानों पर हरें रंग के कपडे ज्यादा दिख रहे हैं.... ओर यह सिलसिला आज भी जारी है...
अब सवाल यह उठता है... क्या दीदी आम जनता को भी हरियाली प्रदान करेंगी या सिर्फ यह राजनितिक हरियाली है... ?
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