बाबा रामदेव ने अपना अनशन तोड़ा
बाबा रामदेव ने संत समाज की अपील पर रविवार को नौ दिन से चला आ रहा अपना अनशन तोड़ दिया है। आध्यात्मिक गुरु श्री श्री रविशंकर ने बताया कि बाबा रामदेव ने हिमालयन हॉस्पिटल में उनके हाथ से जूस पीकर अपना अनशन तोड़ा। अनशन तोड़ने के बाद बाबा ने कहा कि करप्शन के खिलाफ उनकी लड़ाई आखिरी सांस तक जारी रहेगी।
आखिरी सांस तक जारी रहेगी लड़ाई
बाबा रामदेव के सहयोगी और उनके साथ अनशन पर बैठे आचार्य बालकृष्ण ने कहा कि बाबा रामदेव ने संत समाज, हरिद्वार के अखाड़ों और अपने करोड़ों भक्तों के आग्रह पर अनशन खत्म करने का निर्णय लिया। बालकृष्ण ने कहा कि मांगें पूरी हुए बगैर बाबा के अनशन तोड़ने को हार के तौर पर नहीं देखा जाना चाहिए। उन्होंने बताया कि बाबा रामदेव ने अनशन खत्म करने के बाद कहा कि भ्रष्टाचार के खिलाफ वह आखिरी सांस तक लड़ाई जारी रखेंगे।
बाबा को मनाने पहुंचा था संत समाज
रविवार सुबह आध्यात्मिक गुरु श्री श्री रविशंकर तीसरी बार बाबा को मनाने के लिए हिमालयन हॉस्पिटल पहुंचे। उनके साथ धार्मिक गुरु मुरारी बापू और कृपालु महाराज भी बाबा से मिले। हरिद्वार से संतो का जत्था भी बाबा से मिलने आया था। सभी बाबा से अनशन तोड़ने की अपील की। संत मुरारी बापू ने कहा, 'हमने बाबा से अपील की कि आपका संदेश देश के घर-घर तक ही नहीं घट-घट तक पहुंच गया है, इसलिए आप अपना अनशन समाप्त कीजिए। उन्होंने हमारी मांग मान ली।'
नेता भी पहुंचे बाबा को मनाने
रविवार को बाबा रामदेव को मनाने के लिए संत समाज के लोगों से पहले दूसरी पार्टियों के नेता भी पहुंचे। प्रकाश सिंह बादल, ओमप्रकाश चौटाला और सुब्रमण्यम स्वामी ने रविवार सुबह बाबा से मुलाकात की। सुब्रह्मण्यम स्वामी ने कहा, 'भ्रष्टाचार के खिलाफ अनशन में बाबा अपने उद्देश्य से ज्यादा सफल हुए हैं और उन्होंने भ्रष्टाचार के प्रति पूरे देश को जागरूक किया है। सरकार के झुकने या नहीं झुकाने का प्रश्न नहीं है। अब यह भ्रष्ट सरकार हटाने का प्रश्न है।'
रविशंकर ने निभाया वादा
दो दिन से देहरादून में जमे श्री श्री रविशंकर ने शनिवार को कहा था कि अगर बाबा रामदेव अनशन नहीं तोड़ने पर अड़े हैं, तो मेरी भी जिद है कि उनका अनशन तुड़वाकर ही यहां से जाऊंगा। रविवार को रामदेव ने उन्हीं के हाथ से जूस पीकर अपना अनशन खत्म किया। इस तरह श्री श्री ने अपना वादा निभा दिया।
RAJESH MISHRA, KOLKATA |
आखिरी सांस तक जारी रहेगी लड़ाई
बाबा रामदेव के सहयोगी और उनके साथ अनशन पर बैठे आचार्य बालकृष्ण ने कहा कि बाबा रामदेव ने संत समाज, हरिद्वार के अखाड़ों और अपने करोड़ों भक्तों के आग्रह पर अनशन खत्म करने का निर्णय लिया। बालकृष्ण ने कहा कि मांगें पूरी हुए बगैर बाबा के अनशन तोड़ने को हार के तौर पर नहीं देखा जाना चाहिए। उन्होंने बताया कि बाबा रामदेव ने अनशन खत्म करने के बाद कहा कि भ्रष्टाचार के खिलाफ वह आखिरी सांस तक लड़ाई जारी रखेंगे।
बाबा को मनाने पहुंचा था संत समाज
रविवार सुबह आध्यात्मिक गुरु श्री श्री रविशंकर तीसरी बार बाबा को मनाने के लिए हिमालयन हॉस्पिटल पहुंचे। उनके साथ धार्मिक गुरु मुरारी बापू और कृपालु महाराज भी बाबा से मिले। हरिद्वार से संतो का जत्था भी बाबा से मिलने आया था। सभी बाबा से अनशन तोड़ने की अपील की। संत मुरारी बापू ने कहा, 'हमने बाबा से अपील की कि आपका संदेश देश के घर-घर तक ही नहीं घट-घट तक पहुंच गया है, इसलिए आप अपना अनशन समाप्त कीजिए। उन्होंने हमारी मांग मान ली।'
नेता भी पहुंचे बाबा को मनाने
रविवार को बाबा रामदेव को मनाने के लिए संत समाज के लोगों से पहले दूसरी पार्टियों के नेता भी पहुंचे। प्रकाश सिंह बादल, ओमप्रकाश चौटाला और सुब्रमण्यम स्वामी ने रविवार सुबह बाबा से मुलाकात की। सुब्रह्मण्यम स्वामी ने कहा, 'भ्रष्टाचार के खिलाफ अनशन में बाबा अपने उद्देश्य से ज्यादा सफल हुए हैं और उन्होंने भ्रष्टाचार के प्रति पूरे देश को जागरूक किया है। सरकार के झुकने या नहीं झुकाने का प्रश्न नहीं है। अब यह भ्रष्ट सरकार हटाने का प्रश्न है।'
रविशंकर ने निभाया वादा
दो दिन से देहरादून में जमे श्री श्री रविशंकर ने शनिवार को कहा था कि अगर बाबा रामदेव अनशन नहीं तोड़ने पर अड़े हैं, तो मेरी भी जिद है कि उनका अनशन तुड़वाकर ही यहां से जाऊंगा। रविवार को रामदेव ने उन्हीं के हाथ से जूस पीकर अपना अनशन खत्म किया। इस तरह श्री श्री ने अपना वादा निभा दिया।
2 टिप्पणियां:
baba ramdev ne achchaa drama kiya !!
AAPKA KAHNA SHAYAD SAHI HAI....
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